विवेकानन्द केंद्र विद्यालय सिजोसा में 20 फरवरी 2020 को 'अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस (Arunachl Pradesh Statehood Day) ' के रूप में बड़े धूम-धाम से मनाया गया । संस्था के प्राचार्य श्री वाय. प्रदीप सर सर ने अपने स्वागत भाषण में 'अरुणाचल प्रदेश की परंपरागत संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के बारे में बताया । छात्र बमङ्ग आगुंग ने अरणाचल प्रदेश की इतिहास के बारे में बताया कि अरुणाचल प्रदेश पहले केंद्र शासित प्रदेश था जो 20 फरवरी 1987 को एक पूर्ण राज्य के रूप में अस्त्तित्व में आया । वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश धीरे- धीरे विकाशशील राज्य से विकसित राज्य की ओर बढ़ते जा रहे है ।
अरुणाचल प्रदेश स्थापना दिवस के इस शुभ अवसर पर 'आदि काव्य - रामायण ' की महत्वपूर्ण प्रसंगों पर आधारित नाट्य मंचन का आयोजन किया गया । नाट्य मंचन घटना प्रसंगानुसार प्रस्तुत किया गया । छात्रों ने वेशभूषा ,संवाद व भक्तिमय संगीत के साथ मनमोहक प्रस्तुति दिए । इन नाट्य मंचन में कक्षा lll से IX तक छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिए (नाट्य मंचन प्रारूप - सलग्न है ) । इस कार्यक्रम (नाट्य मंचन) में नाटक में पत्रों का चयन कक्षा शिक्षक श्रीमती भारती महाराणा , श्रीमती सी सुजाता , श्रीमती माधुरी महतो ,श्री पंकज सोनी , श्री तागे यापा व श्री महेन्द्रनाथ महाराणा सर ने किए । 'नाट्य मंचन -रामायण' में कार्यक्रम समन्वय ,नाट्य प्रशिक्षण , संवाद लेखन ,मंच संचालन अर्जुन कुर्रे (हिंदी शिक्षक) ने किया । कार्यक्रम में निर्णायक दल के रूप में श्रीमती संध्या एस नायर व सु श्री ममता राय (निवेदिता विहार) ने नाट्य मंचन को देखकर अपने अनुभव छात्रों के बीच मे बाटें । निर्णायक दल ने नाट्य मंचन रामायण की परिणाम की घोषणा की जो इस प्रकार है - प्रथम स्थान IX कोरू ताजो व साथी ( रावण वध) द्वितीय स्थान IX चेरा चपंग व साथी ( श्री राम का राज्याभिषेक ) व तृतीय स्थान पर Vll नीलो तचंग व साथी ( विभीषण का श्रीराम के शरण मे जाना )पर रहे । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षकों का विशेष रूप से सहयोग रहा । यह कार्यक्रम संस्था के प्रचार्य श्री वाय. प्रदीप सर के मार्ग निर्देशन में सम्पन्न हुआ ।